आंवला के फायदे लड्डू केन्डी अचार चटनी
आंवला के फायदे आंवला के लड्डू आंवला केन्डी आंवला अचार आंवला चटनी
Nutrient | Amount per 100g |
---|---|
Calories | 44 |
Protein | 0.9g |
Fat | 0.6g |
Carbohydrates | 10.2g |
Fiber | 4.3g |
Vitamin C | 600mg |
Iron | 1.2mg |
आंवले के वृक्ष के बारे में Aanvala Tree
आंवला में पाए जाने वाले पोषक तत्व : आंवला में विटामिन C, विटामिन A, विटामिन B कॉम्प्लेक्स , पोटैशियम, कैलशियम, मैग्नीशियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और डाययूरेटिक एसिड पाए जाते हैं। विटामिन सी का भंडार होता है आंवला। एक अकेले आंवले में विटामिन सी की मात्रा 4 मौसमी और 8 टमाटर या 4 केले के बराबर हो सकती है। आंवले से हमें निम्न पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है (लगभग )
- प्रोटीन 0.5 %
- वसा 0.1 %
- रेशा 3.4 %
- खनिज द्रव्य 0.7 %
- कार्बोहाइड्रेट 14.1 %
- पानी 81.2 %
- विटामिन-"C” लगभग 1/2 ग्राम
- कैल्शियम 0.05 %
- फास्फोरस 0.02 %
- लोहा लगभग 1 ग्राम का 4 भाग/100 ग्रा
आंवले के फायदे लाभ Benefits of Amla
रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास में आंवला के फायदे
आंवला कब्ज रोधी है
आंवला के फायदे मजबूत नाखून
हृदय की मजबूती के लिए आंवला के फायदे
मेटाबॉलिज्म उपापचय क्रिया को सुचारू रखने के लिए :हमारे शरीर में बहुत क्रियाएँ होती हैं। आंवले के नियमित सेवन से हमारे शरीर की मेटाबॉलिज्म नियंत्रित रहती है । हमारी पाचनशक्ति स्वस्थ रहती है अतः इसका सेवन हमें आवश्यक रूप से करना चाहिए।
श्वसन के लिए आंवला के फायदे
एंटी इन्फ्लेमेटरी आंवला के फायदे
रक्त शोधक आंवला के फायदे
जोड़ों के दर्द आंवला के फायदे
जकड़न के लिए आंवला के फायदे
अल्सर के लिए आंवला के फायदे
वजन कम करने के लिए आंवला के फायदे
शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकालने में आंवला के फायदे
दस्त ( डाइरीया): दस्त की समस्या के समय आंवले के जूस का सेवन किया जाए तो दस्त से जल्दी ही छुटकारा मिलता है।
आंखों की तेज रोशनी के लिए में आंवला के फायदे
चमकती त्वचा के लिए:आंवले में आयरन की मात्रा होती है एवं विटामिन सी भी होता है ।विटामिन सी आयरन के अवशोषण के लिए जिम्मेदार होता है। आयरन के अवशोषण के लिए हमें विटामिन सी खाना चाहिए। आंवले में विटामिन सी सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से त्वचा चमकने लगती है।
बालों के लिए में आंवला के फायदे
सौंदर्य प्रसाधन बनाने के लिए: आधुनिक समय में सौंदर्य प्रसाधन बनाने के लिए आंवले का उपयोग किया जा रहा है। बहुत से फेस पैक में इसे उपयोग में लिया जाता है।
एंटी एजिंग में आंवला के फायदे
एनीमिया खून की कमी को दूर करने के लिए: आयरन का सेवन हमारे शरीर में खून की कमी से बचाता है। खून की कमी से होने वाले बीमारी अर्थात एनीमिया से हमें बचाता है। हमें आंवले का सेवन अवश्य रूप से करना चाहिए।
स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए आंवला के फायदे
पाचन क्रिया में सहायकमें आंवला के फायदे
डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए: आंवले का सेवन डायबिटीज को नियंत्रित रखने में भी मददगार होता है। डायबिटीज के व्यक्ति को आंवले का सेवन करना चाहिए। उसे आंवले के जूस का सेवन करना चाहिए। अगर वह आंवले का मुरब्बा खाता है तो उसे गुड से बना हुआ आंवले का मुरब्बा ही खाना चाहिए। आंवले जो की उच्च विटामिन सी सामग्री के कारण, मधुमेह को नियंत्रित करने में प्रभावी है। इसके रस का एक बड़ा चमचा एक कप करेले के रस में मिलाकर 2 महीने तक प्रतिदिन लेने से अग्न्याशय उत्तेजित होता है और इंसुलिन स्रावित करने में सक्षम होता है, जिससे मधुमेह में रक्त शर्करा कम होता है। इस दवा को लेते समय आहार प्रतिबंधों (परहेज) का शख्ती से पालन किया जाना चाहिए ।
एसिडिटी दूर करने के लिए आंवला के फायदे
शरीर की गर्मी दूर करने के लिए:आँवला को किसी भी रूप में खाने से हमारे शरीर की गर्मी दूर होती है। अल्सर की समस्या भी इससे कम होती है ।आंवला खाने से पेट की गर्मी शांत होती हैं । पाचन तंत्र स्वस्थ होने की वजह से पेट भी सही रहता है। शरीर की गर्मी दूर करने के लिए हमें आंवले का सेवन करना चाहिए।
हड्डियों के लिए आंवला के फायदे
लीवर के लिए आंवला के फायदे
गले से संबंधित बीमारियों के लिए: आंवले का सेवन हमें गले से संबंधित बीमारियों में भी फायदेमंद होता है। इससे हमें गले में खराश , खांसी और कफ की समस्या नहीं होती है।
बुखार में आराम दे आंवला : आंवला एंटीबैक्टीरियल और एंटीएलर्जिक भी होता है ।उसमें विटामिन सी की मात्रा बहुत अधिक होती है इसलिए यह हमें बुखार में तुरंत फायदा पहुंचाता है।
नकसीर में लाभ पहुंचाए आंवला के फायदे
बवासीर में लाभ पंहुचाये आंवला
वुमन प्रॉब्लम में भी उपयोगी है आंवला
गर्भावस्था में भी लाभकारी है आंवला
पथरी दूर करने के लिए लाभदायी है आंवला
इंफेक्शन से बचाएं आंवला
अनिद्रा को दूर करने के लिए आंवला के फायदे
वात को नियंत्रित करने में आंवला के फायदे
कफ को नियंत्रित करने में आंवला के फायदे
पित्त को नियंत्रित करने में आंवला के फायदे
कैंसर की रोकथाम करें आंवला के फायदे
शरीर में अवशोषण क्षमता बढ़ाने के लिए: आँवले में विटामिंस और आयरन भरपूर मात्रा होते है जो अन्य पोषक तत्व के शरीर में अवशोषण की क्षमता को बढ़ाने का कार्य करते हैं।
डैंड्रफ को दूर करने में आंवला के फायदे
बालों को सफेद होने से रोके
दाग , धब्बे , पिंपल्स मिटाने में लाभदायी है आंवला: आंवला रक्तशोधक माना गया है इसलिए यह हमारे त्वचा पर होने वाले दोषों को दूर करता है। इससे दाग, धब्बे , पिंपल्स नहीं होते हैं । इसका फेस मास्क भी बनाकर प्रयोग में लाया जाता है। जिससे चेहरे से मृत त्वचा दूर होती है और एक अनोखी चमक आ जाती है।
सर्दी, जुकाम से बचाए आंवला: एंटीएलर्जिक होने की वजह से हमें संक्रमण से बचाता है तथा बदलते मौसम से होने वाले सर्दी, जुकाम से शरीर को दूर रखता है।
गले की खराश में लाभ दे आंवला
उच्च रक्तचाप में लाभकारी है आंवला: आंवले का नियमित सेवन करने से उच्च रक्तचाप नियंत्रित रहता है तथा नॉर्मल हो जाता है। आंवला से बनने वाले स्वादिष्ट व्यंजन: आंवले से आप ना केवल आंवले ज्यूस का लाभ ले सकते हैं बल्कि साल भर चलने वाले अचार, मुरब्बा, आवला चूर्ण आदि आदि का भी निर्माण कर सकते हैं जो साल भर आपको पोषण देगा। निचे आप जरूर पढ़िए आंवले से विभिन्न प्रकार से कैसे हम उसके गुणों का लाभ ले सकते हैं।
आंवला का मुरब्बा
आंवला का मुरब्बा बनाने की विधि
आंवले का मुरब्बा बनाने के लिए हमें निम्न सामग्री की जरुरत होती है।
1 किलोग्राम चीनी
10 ग्राम फिटकरी
चार से पांच इलायची
काला नमक-स्वादानुसार
आंवले का मुरब्बा बनाने की विधि
आंवले की कैंडी
आंवले की मीठी कैंडी: आंवले की मीठी कैंडी बच्चों को बहुत ही पसंद आती हैं। बड़े भी बड़े शौक से आंवले की मीठी कैंडी खाते हैं। आंवले की मीठी कैंडी विटामिन सी से भरपूर होती है । यह खाना हमारे शरीर के लिए बहुत ही सेहतमंद होता है ।
आंवले की मीठी कैंडी बनाने की विधि:
आंवला 1 किलो
चीनी 1 किलो आंवले की मीठी कैंडी बनाना बहुत ही आसान है इसके लिए सबसे पहले हमें आंवले को अच्छे से सादे पानी से धोना चाहिए । इसके पश्चात उनको हल्का उबाल ले ताकि उनकी कलियां अलग हो जाए। अब उनको गर्म पानी से निकालकर अलग कर ले । थोड़ा पानी सूखने के बाद उन्हें प्लास्टिक के जार में डाल दें। ऊपर से चीनी डाल दे। इसको 3 से 4 दिन तक पड़ा रहने दे। चीनी की चाशनी बन जाएगी। जब आंवला नीचे बैठ जाए तो समझो आपकी कैंडी तैयार है। अब कैंडी चासनी से निकाल कर दो दिन तक धूप में सुखाएं । 50 ग्राम चीनी को मिक्सर में पीस लें और कैंडी में मिक्स कर दे । जार को अच्छे से बंद कर दे। आंवला की मीठी कैंडी खाने के लिए तैयार है । इसको आप आंवला के सीजन में बनाकर रख सकते हैं। बच्चे आंवला कैंडी को बड़े शौक से खाते हैं। इससे उनके शरीर में विटामिन सी और आयरन की मात्रा भरपूर होगी। उन्हें थकान नहीं होगी । उन्हें मौसमी बीमारियां भी नहीं होंगी।
आंवले की नमकीन कैंडी / पाचक कैंडी : आंवले की नमकीन कैंडी बनाने के लिए सामग्री
- 1 किलो चीनी
- 1 किलो आंवला
- थोड़ा काला नमक
- थोड़ा सफेद नमक( स्वाद अनुसार )
आंवले की खट्टी मीठी कैंडी: कैंडी खाने में बहुत ही स्वाद लगती हैं। छोटे बच्चे बहुत ही मजे से खाते हैं। आंवला को इस रूप में बच्चे को आसानी से खिलाया जा सकता है। जब भी मार्केट में आँवला उपलब्ध हो तो उनके कैंडिस बनाके रख लेनी चाहिए ताकि बच्चे आसानी से उन्हें खा सकें। कैंडी खाना स्वास्थ्य के लिए और पाचन तंत्र के लिए बहुत ही फायदेमंद है । खट्टी मीठी कैंडी बनाना बहुत ही आसान है।
खट्टी मीठी कैंडी बनाने की सामग्री
- 1 किलो आंवला
- 1 किलो चीनी
- 20 से 25 ग्राम अमचूर
- 50 ग्राम बारीक पिसी हुई चीनी
- थोड़ी काली मिर्च पिसी हुई
आंवला को सादे पानी से धो ले। उनको 5 मिनट तक उबालें । पानी से बाहर निकालकर उनकी कलियां अलग कर ले। थोड़ी देर धूप में सुखाएं । इसके पश्चात जार में आंवला डाल दे । ऊपर से चीनी डाल दे। 3 से 4 दिन तक रहने दे । जब आमला चाशनी में नीचे बैठ जाए तब उन्हें चाशनी से निकालकर धूप में सुखा दे। 2 दिन तक सुखाएं। अब आमला में 50 ग्राम पिसी हुई चीनी, 20 से 25 ग्राम अमचूर, 5 से 10 पिसी हुई काली मिर्च आदि मिला दे। अब जार को बंद करके रख दें। आंवला की खट्टी मीठी कैंडी बनकर तैयार है । जब भी जी घबराए ऐसे खट्टी मीठी कैंडिस खाकर आप तरोताजा हो सकते है।
आंवले की सब्जी Aanvala Ki Sabji in Hindi
- 250 ग्राम आंवला
- 50 ग्राम चीनी
- छोटी चम्मच सौंफ
- नमक
- लाल मिर्च पाउडर
- धनिया पाउडर
- हल्दी
- तेल
आंवला की सब्जी बनाने के लिए सर्वप्रथम आंवलों को उबाल लें। उबलने के बाद आंवलों की कलियां अलग कर लें। अब कड़ाही में तेल गर्म करें । उसमें एक छोटी चम्मच सौंफ डालें। अब उसमें हल्दी ,लाल मिर्च पाउडर ,धनिया पाउडर, नमक आदि डालें । थोड़ा पानी डालें। मसाला अच्छे से पका लें। अब इसमें एक गिलास पानी डाल दे ।अब इसमें चीनी डाल दें। अच्छे से उबाल आने दें। अब अलग किए हुए आमला की कलियां डाल दें। थोड़ी देर पकाएं । अब गैस बंद कर दें । आंवला की सब्जी तैयार है । इसमें आप मीठा अपने स्वाद अनुसार बढ़ा भी सकते हैं।
आंवले के लड्डू:
आंवला के लड्डू बनाने के लिए सामग्री- 500 ग्राम आँवला
- चीनी 500 ग्राम
- 250 ग्राम बादाम
- 250 ग्राम काजू
- 5 से 6 इलायची
- आधा चम्मच जायफल का पाउडर
आंवला के लड्डू सभी को बहुत पसंद आते हैं। हमें आंवला के लड्डू आंवला के सीजन में जरूर बनाने चाहिए । आंवले के लड्डू बनाने में पानी का यूज बिल्कुल भी नहीं होता है इसलिए आंवले के लड्डू काफी दिनों तक चलते हैं । इनको एयरटाइट कंटेनर में रखकर स्टोर किया जा सकता है।
आंवले के लड्डू बनाने की विधि आंवलों को सादे पानी से अच्छे से धो लें। साफ़ धुले हुए आंवलों को माइक्रोवेव में पका लें या फिर इसको आप भाप में भी पका सकते हैं। हमें सिर्फ आंवलों को नरम करना होता है । आंवलों को थोड़ी देर ठंडा होने दें । आंवलों को कद्दूकस कर लें। अब आंवलों को एक कड़ाही में डालें और चीनी डाल दे । अच्छे से पकाएं । जब चासनी गाढ़ी होने लगे तो उसकी कंसिस्टेंसी चेक करें । अगर चासनी उंगली और अंगूठे के बीच में चिपक रही है इसका मतलब हमारे लड्डू का मेटेरियल तैयार हो गया है । गैस बंद कर दें। आंवला को ठंडा होने दें। अब इसमें पिसे हुए बादाम, इलायची पाउडर तथा जायफल पाउडर और छोटे कटे हुए काजू के टुकड़े डालकर अच्छे से मिक्स करें। हाथों पर थोड़ा घी लगाकर अपने मनपसंद आकार के लड्डू बनाए । यह लड्डू खाने में बहुत ही टेस्टी होते हैं। इसमें आप दूसरे ड्राइफ्रूट्स भी डाल सकते हैं। ड्राई फ्रूट्स की मात्रा आप अपने अनुसार बढ़ा भी सकते हैं और कम भी कर सकते हैं। यह लड्डू खाने में बड़े ही टेस्टी होते हैं । इसके साथ ही इनमें विटामिन सी और आयरन की भरपूर मात्रा होती है जो हमें सर्दियों में होने वाले इंफेक्शन से बचाती हैं। इसलिए बच्चों के लिए आंवले के लड्डू जरूर बनाएं।
आंवला की चटनी
आंवले की मीठी चटनी बनाने के लिए सामग्री
- 100 ग्राम आमला
- 100 ग्राम गुड़ या चीनी
- नमक स्वाद अनुसार
- चुटकी भर काला नमक
- चुटकी भर सौंफ
आंवला को अच्छे से उबालकर उस की कलियां अलग कर लें। आंवला को मिक्सर में पीस लें। अब एक कड़ाही में दो चम्मच घी डालें। गर्म होने पर सौंफ डालें ।अब पिसे हुए आंवला डालकर पकाएं ।अब इसमें गुड डाल दे ।थोड़ा नमक ,काली मिर्च और काला नमक भी अपने स्वाद के अनुसार डाल दे। गाढ़ा होने तक पकाएँ। आंवला की मीठी चटनी तैयार है। बच्चे इसे बड़े शौक से खाते हैं। यह आयरन से भरपूर होती है । इसमें विटामिन सी भी पर्याप्त मात्रा में होता है ।
आमला की तीखी चटनी
आंवला की चटनी बनाने के लिए सामग्री- 100 ग्राम आमला
- 5 -6 हरी मिर्च
- नमक स्वाद अनुसार
- एक चम्मच राई के दाने
आंवला को हल्का उबाले ।इससे बीज अलग कर लें। ठंडा होने के बाद मिक्सर में पीस लें ।हरी मिर्च भी पीस लें। अब एक कड़ाही में दो चम्मच घी गर्म करें । राई का तड़का लगाएं । पीसा हुआ आंवला और हरी मिर्च डाल दे। नमक और अमचूर भी मिला दे । पकने पर बंद कर दे। आंवला की चटनी तैयार है।
आंवला की खट्टी मीठी चटनी
आँवला की खट्टी मीठी चटनी स्वादिष्ट होती है। इसे बनाना बहुत आसान है ।- 100 ग्राम आमला
- 50 ग्राम चीनी
- दो चम्मच अमचूर
- नमक स्वाद अनुसार
- एक चम्मच सौंफ
- दो चम्मच घी
आंवला की मीठी चटनी बनाने के लिए आंवला को उबालकर उसके बीज अलग कर ले । मिक्सर में पीस लें। अब एक कड़ाही में घी गर्म करें। आंवला डाल दे। अमचूर और स्वादानुसार नमक डाल दे। अच्छे से पकाएं। चीनी डाल दे । अच्छे से गाढ़ा होने तक पकायें। आमला की खट्टी मीठी चटनी तैयार है।
आंवले का अचार: आंवले का अचार बहुत ही स्वादिष्ट होता है।
अचार की सामग्री
- 250 ग्राम आमला
- दो बड़े चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 2 छोटे चम्मच कलौंजी
- दो बड़ी चम्मच सौंफ
- 250ml तेल
- 2 छोटे चम्मच हल्दी
- नमक स्वाद अनुसार
आंवला का सेवन कब करें: आंवले का सेवन करने का सही समय सुबह एवं शाम को खाना खाने से लगभग 1 घंटे पहले करना ज्यादा लाभकारी होता है। सुबह खाली पेट आंवले का मुरब्बा खाना बहुत ही अच्छा रहता है । शाम को सोते समय च्यवनप्राश खाना सर्दियों में बहुत ही गुणकारी होता है।
आंवला का सेवन कैसे करें
आंवला को साल भर तक नियमित रूप से खाने के लिए स्टोर कैसे करें ?
आंवले सर्दियों के मौसम में उपलब्ध होता है। यह नवंबर से जनवरी तक बाजार में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। आंवले का संग्रह करके अन्य महीनों में उपयोग किया जा सकता है। आंवला को अन्य दिनों के लिए संग्रहित करना बहुत ही आसान है। इस को संग्रहित करने के लिए हम इसका मुरब्बा ,कैंडी ,नमकीन ,कैंडी मीठी, कैंडी खट्टी मीठी कैंडी, अचार, गटागट, चूर्ण, लड्डू ,च्यवनप्राश, जूस आदि स्टोर करके रख सकते हैं तथा जब बाजार में आंवला नहीं हो तो इसका उपयोग किया जा सकता है । इससे हम वर्ष पर्यंत तक आंवला का सेवन कर सकते हैं।
आंवला के इतने महत्वपूर्ण फायदे होने के साथ-साथ ही इससे स्वादिष्ट व्यंजन भी बनाए जा सकते हैं। इसके अलावा हम आमला से चवनप्राश और गटागट भी बना सकते हैं । आंवला पापड़ भी तैयार किया जा सकता है। आंवला में को नियमित सेवन करने से हम सौ से भी ज्यादा बीमारियों से बच सकते हैं। अगर नियमित रूप से हम दो से तीन आंवला प्रतिदिन सेवन करें तो विटामिन सी भरपूर मात्रा में होगी । इससे हमारे शरीर में पोषक तत्वों की अवशोषण क्षमता भी बढ़ती है। जिससे हम स्वस्थ रहते हैं।
आंवला में बहुत गुण होते हैं लेकिन इससे इसका ज्यादा सेवन करने से नुकसान भी हो सकता है ।
आंवला का सेवन करने से होने वाले नुकसान:
- आमला का स्वाद कसैला होता है इसके ज्यादा सेवन से हमें उल्टी की शिकायत हो सकती है।
- आमला अम्लीय प्रवृत्ति का होता है। अगर हम इसका सेवन करने के पश्चात पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते है तो हम एसिडिटी के शिकार हो सकते हैं ।
- आमला में पर्याप्त भरपूर मात्रा में फाइबर होता है । अगर हम पानी का सेवन करते हैं तो फायदा होता है लेकिन अगर आंवला खाने के पश्चात पानी का सेवन नहीं किया जाता है तो हमें पाचन तंत्र से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
आंवले की पूजा क्यों की जाती है ?
आने की पूजा कब की जाती है ? आंवले की पूजा कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की नवमी को की जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि आंवला की पूजा विधि विधान से करने पर संतान की प्राप्ति होती है ।
आंवला की पूजा विधि: पूजा करने के लिए प्रातः स्नानादि से निवृत्त होकर आंवले के वृक्ष की पूजा की जाती है। पानी और दूध चढ़ाया जाता है ।मौली बांधकर पूजा की जाती हैं। विष्णु जी की और शिव जी की पूजा भी की जाती है । आंवले की पूजा कर ब्राह्मणों को खाना खिलाया जाता है। श्रद्धा अनुसार दान दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि आंवला नवमी पर किया हुआ दान अक्षय होता है और शुभ फल की प्राप्ति होती है ।इसीलिए इसको अक्षय नवमी भी कहा जाता है ।आंवला नवमी की शाम को आंवले के वृक्ष के नीचे बैठकर खाना खाया जाता है। दीपक जलाया जाता है। आमला में बहुत गुण होते हैं इसलिए इसको अमृता भी कहा गया है। इसके गुणों की खान होने की वजह से ही आंवला की पूजा की जाती हैआंवला के फायदे : आंवला के लड्डू आंवला केन्डी आंवला अचार आंवला चटनी
की शक्ति देते हैं। आंवले के एंटी ऑक्सीडेंट्स के आलावा, एंटी इंफ्लेमेंटरी, और एंटी उक्लेर और एंटी कैंसर जैसे गुण भी होते हैं।
What is the medicinal use of Amla?
आंवले के मुख्य लाभ/फायदे :-
- आंवला कोशिकाओं को मुक्त कण (फ्री रेडिकल्स ) क्षति से बचाता है और एंटीऑक्सीडेंट सुरक्षा प्रदान करता है
- आंवला का उपयोग त्वचा विकारों, श्वसन संक्रमण और समय से पहले बूढ़ा होने के उपचार के लिए किया जाता है
- आंवला रक्तस्राव, दस्त, पेचिश में उपयोगी है, और मधुमेह के उपचार में चिकित्सीय गुणों से भरपूर है।
- आंवला में जीवाणुरोधी और कसैले गुण होते हैं जो संक्रमण को रोकने और अल्सर को ठीक करने में मदद करते हैं
- बवासीर में कब्ज को दूर करने के लिए कभी-कभी रेचक के रूप में आंवला का उपयोग किया जाता है
- सामान्य रूप से एक दिन में एक आंवले का सेवन करना श्रेष्ठ माना जाता है। इसे आप मुरब्बे या ज्यूस के रूप में भी ले सकते हैं। १० से २० एम्एल ज्यूस प्रतिदिन के हिसाब से लाभकारी रहता है।
- आंवले के उपयोग से आप अपने बालों की देखभाल कर सकते हैं। जहाँ आंवले का सेवन करने से बालों को ताकत मिलती है वहीँ आप आंवले और निम्बू के रस को बालों में लगाएं तो इससे रुसी समाप्त होती है और बालों की जड़ों को ताकत मिलती है। बाल अधिक चमकदार और मजबूत बनते हैं।
- आंवले को त्वरित चर्बी को जलाने वाला माना जाता है और वजन कम करने में भी सहायक होता है। आंवले के सेवन से अधिक भूख भी नहीं लगती है जिससे वजन नियंत्रित रहता है। आंवला पाचन तंत्र को भी सुधरता है जिससे शरीर में अतिरिक्त चर्बी जमा नहीं हो पाती है।
आंवला के नवीनतम शोध हेतु निम्न का अध्य्यन करें।
Is Amla good for liver? क्या आंवला लिवर के लिए उपयोगी होता है : हाँ, यह लिवर के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। लिवर हमारे शरीर का सबसे व्यस्त अंग होता है। शरीर से विषाक्त प्रदार्थों को दूर करने के अतिरिक्त लिवर लगभग ५०० अन्य प्रकार के कार्य करता है। आंवले के सेवन से लिवर को मजबूती मिलती है।