नाशपाती के फायदे और नुकसान
नाशपाती के फायदे और नुकसान
नाशपाती क्या होती है What is Pears in Hindi
नाशपाती एक फल का नाम है। नाशपाती चार प्रकार की होती है यथा नाशपाती पहाड़ी, बागी, जंगली तथा चीनी आदि, ये इसकी किस्म होती हैं। पहाड़ी एवं बागी नाशपाती को अधिक रसीला और गुणकारी माना जाता है।नाशपाती का स्वाद : नाशपाती का स्वाद मीठा और हल्का खट्टा होता है। नाशपाती निचे से गोल और ऊपर से कुछ तीखी आकृति की होती है। नाशपाती का वानास्पतिक नाम: Pyrus communis Linn. (पाइरस कम्यूनिस) होता है। यह Rosaceae (रोजेसी) कुल से संबधित है और नाशपाती का अंग्रेजी/इंग्लिश में नाम Pear (पियर) है।
नाशपाती की किस्म
- ग्रीन ओनजू (Green Anjou): यह एक मध्यम आकार का नाशपाती होता है इसका छिलका सफेद रंग लिए होता है। इसका मीठा स्वाद होता है और इसे ताजे रूप में खाया जा सकता है या फिर पकाकर खाया जा सकता है।
- रेड ओनजू (Red Anjou): यह भी एक मध्यम आकार की नाशपाती होती है, लेकिन इसका रंग लाल होता है। यह भी मीठी होती है।
- ग्रीन बार्लेट (Green Bartlett): यह भी एक मध्यम आकार की होती है और इसका स्वाद मीठा होता है।
- रेड बार्लेट (Red Bartlett): यह नाशपाती मीठी होती है और इसका रंग लाल होता है।
- बॉस्क (Bosc): यह नाशपाती आकार में बड़ी होती है और इसका रंग हल्का भूरा होता है।
- फॉरेल (Forelle): आकार में यह नाशपाती छोटी होती है और इसका रंग भी हल्का हरा होता है जो सफेदी लिए हुए होता है।
- कोमाइस (Comice): आकार में यह नाशपाती छोटी होती है और इसका रंग भी हल्का हरा होता है जो सफेदी लिए हुए होता है।
नाशपाती फल के फायदे Health Benefits of Pears in Hindi
सिरदर्द में नाशपाती के फायदे Pear Fruit Benefits in Headache in Hindi
मोटापा दूर करने में सहायक है नाशपाती
वजन कम करने, मोटापा दूर करने के लिए नाशपाती का फल बहुत उपयोगी होता है। यह तमाम पोषक तत्वों से युक्त होता है और साथ ही इसके सेवन से बढ़ते वजन को नियंत्रित किया जा सकता है। नाशपाती में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होते हैं जिसके कारण से इसे खाने के बाद पेट भरा भरा रहता है और भूख नहीं लगती है। आपको बता दें की नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिसिन के फ़ूड एंड न्यूट्रिशन बोर्ड के मुताबिक़ नाशपाती का फल लो केलोरी का फल होता है, अतः इसके सेवन से वेट लोस करने में मदद मिलती है। (१)कैंसर से बचाव के लिए नाशपाती
नाशपाती कैंसर का कोई इलाज तो नहीं होता है फिर भी यह शरीर में कैंसर की रोकथाम में सहायक होता है। इस फल में यूरोसोलिक एसिड (Urosolic Acid) पाया जाता है जो जो मूत्राशय (Bladder), फेफड़ों (Lungs) और भोजन-नलिका (Oesophageal) आदि में उत्पन्न होने वाले कैंसर से बचाव करता है।फाइबर से भरपूर है नाशपाती
अन्य ताजे मौसमी फलों की भाँती नाशपाती भी अनेकों पोषक तत्वों के साथ साथ फाइबर युक्त होता है। जैसा की आप जानते हैं की पाचन क्रिया को दुरुस्त करने, कब्ज को दूर करने, गैस आफरा आदि विकारों को दूर करने के लिए हमारे शरीर को फाइबर युक्त भोजन की आवश्यकता होती है। अतः नाशपाती में भरपूर मात्रा में फाइबर होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत गुणकारी होते हैं।आँख संबंधी रोगों से राहत दिलाये नाशपाती Nashpati Fruit Benefits in Eye Diseases in Hindi
हृदय के लिए गुणकारी है नाशपाती Pear is beneficial for the heart
नाशपाती दिल के लिए एक बहुत ही फायदेमंद फल है। इसमें पोषक तत्वों की अधिक मात्रा होती है जो हृदय स्वस्थ्य के लिए बेहद उपयोगी होते हैं। इसमें फाइबर, पोटैशियम और विटामिन सी होता है जो हृदय की सेहत को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, नाशपाती में अन्य उपयोगी पोषक तत्व जैसे कि फोलिक एसिड, विटामिन के और कैल्शियम भी होते हैं जो दिल की सेहत को बढ़ाने में मदद करते हैं। अतः हृदय को स्वस्थ रखने के लिए आपको अपने आहार में नाशपाती को अवश्य ही शामिल करना चाहिए। (3)फेफड़ों के विकारों में नाशपाती के फायदे Naspati Benefits for Lungs Diseases in Hindi
नाशपाती में तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनके कारण से यकृत व प्लीहा के विकारों में तथा पाचनतंत्र संबंधी विकारों में नाशपाती के सेवन से लाभ प्राप्त होता है। अतः आप अपने भोजन में अन्य फलों के साथ ही नाशपाती को भी शामिल करें। नाशपाती में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन C और काफी मात्रा में पोटैशियम फेफड़ों के विकारों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं और नाशपाती फेफड़ों के स्वस्थ रखने में मदद करती है। इसके अलावा, नाशपाती में मौजूद फाइबर भी फेफड़ों के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि यह उन्हें स्वस्थ रखने में मदद करता है और संक्रमण से बचाता है।डायबिटीज में नाशपाती के फायदे benefits of pears in diabetes
नाशपाती में पाए जाने वाले पोषक तत्व डायबिटीज जैसे विकारों में भी लाभदायक होते हैं। डायबिटीज में नाशपाती के कुछ फायदे हैं। नाशपाती में मौजूद फाइबर और विटामिन सी सुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और इससे रोगी की स्थिति में सुधार हो सकता है। नाशपाती का नियमित सेवन इंसुलिन के स्तर को भी नियंत्रित करने में मदद करता है जो डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा, नाशपाती में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट प्रतिरोधक के रूप में काम करते हैं जो डायबिटीज से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। लेकिन आपको नाशपाती की कितनी मात्रा का सेवन करना चाहिए, इस सम्बन्ध में डॉक्टर से सलाह अवश्य ही प्राप्त कर लेनी चाहिए। (4)पाइल्स में लाभकारी है नाशपाती Pear is beneficial in piles
नाशपाती पाइल्स के लिए एक लाभकारी फल होती है। इसमें अनेक गुण होते हैं जो पाइल्स को कम करने में मदद करते हैं। इसमें फाइबर की अधिक मात्रा होती है जो पाइल्स के लक्षणों को कम करती है। इसके अलावा नाशपाती में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो पाइल्स के दौरान होने वाली इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं। नाशपाती के सेवन से अपच भी कम होता है जो पाइल्स के लिए बहुत फायदेमंद होता है। नाशपाती के मुरब्बे में 250 मिग्रा नागकेशर चूर्ण मिलाकर लेने से बवासीर में लाभ प्राप्त होता है।किडनी की पथरी में नाशपाती के फायदे Naspati fruit to Treat Kidney Stone
नाशपाती के रस/जूस का सेवन करने से किडनी की पथरी टूट कर निकल जाती है। पथरी के लिए इसका सेवन वर्षों से होता आ रहा है, लेकिन यदि आप इस विकार से ग्रस्त हैं तो आपको डॉक्टर की सलाह से उचित इलाज लेना चाहिये और इस नुस्खे को सहायक के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए। नाशपाती फल का सेवन किडनी स्टोन (kidney stone) के इलाज में लाभकारी प्रदान कर सकता है। नाशपाती में विटामिन सी, पोटैशियम और फाइबर की मात्रा होती है जो मूत्रमार्ग की समस्याओं से निजात पाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, नाशपाती में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट गुण किडनी स्टोन से बचाव करते हैं जो इसे रोकने और उसके उत्पादन को कम करने में मदद करते हैं।ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) में नाशपाती के फायदे/लाभ
वर्तमान जीवन शैली, आहार में पौष्टिकता की कमी, शारीरिक व्यायाम और श्रम की कमी के कारण शरीर में हड्डियों की कमजोरी आनी शुरू हो जाती है। बढती उम्र के साथ भी हड्डियां कमजोर होनी शुरू हो जाती हैं। ऐसे में जोड़ों में दर्द, कमर में दर्द, चलने फिरने और सामान्य क्रिया कलाप में भी मुश्किल आती है। नाशपाती ऐसा फल है जो ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) को रोकने में मदद कर सकता है। नाशपाती में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फोस्फोरस और विटामिन डी जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, नाशपाती में फोलिक एसिड, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे महत्वपूर्ण अवयव भी होते हैं जो ऑस्टियोपोरोसिस से जुड़ी समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं। (6)गर्भावस्था में नाशपाती के फायदे Pears Beneficial in Pregnancy in Hindi
नाशपाती में अन्य पोषक तत्वों के अतिरिक्त फोलिक एसिड भी पाया जाता है जो पोषण के अतिरिक्त गर्भपात को रोकने में भी सहायक होता है। गर्भावस्था के दौरान नाशपाती खाने से कई फायदे होते हैं। नाशपाती में फोलेट, विटामिन C, कैल्शियम, पोटैशियम, विटामिन K और आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे दोनों के लिए अत्यंत जरूरी होते हैं। इसके अलावा, नाशपाती में एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं जो गर्भावस्था के दौरान मां के शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। नाशपाती खाने से आपको बीमारियों से लड़ने के लिए शक्ति भी मिलती है।शारीरिक शक्ति (एनर्जी ) बढाने में सहायक है नाशपाती Pear is helpful in increasing physical strength
नाशपाती में पाए जाने वाले खनिज, विटामिन्स, फाइबर शरीर को पोषण देते हैं और नाशपाती के जूस के सेवन से शारीरिक कमजोरी दूर होती है। नाशपाती फल में विटामिन सी, कार्बोहाइड्रेट्स और विटामिन बी-कम्प्लेक्स जैसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को एनर्जी प्रदान करते हैं। इसके अलावा, यह फल फाइबर और विटामिन के साथ शुगर लेवल्स को नियंत्रित करने में भी मददगार होता है। इसलिए, नाशपाती फल आपको एनर्जी बढ़ाने में मदद कर सकता है। (7)पाचन को ठीक करने में नाशपाती के लाभ benefits of pears in improving digestion
नाशपाती फल पाचन के लिए बहुत लाभदायक होता है। यह पेट में पाचन के लिए आवश्यक एंजाइम का उत्पादन करने में मदद करता है। इसके अलावा नाशपाती में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन को बेहतर बनाता है। इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है और अपच जैसी समस्याओं से निजात मिलती है। अधिकतर लोगों को कब्ज की समस्या होती है जो अक्सर पेट में गैस और पेट में अधिक भार की समस्या का कारण बनती है। नाशपाती में मौजूद रेचन गुण इस समस्या से निजात दिलाने में मदद करते हैं। इससे पाचन शक्ति भी बढ़ती है जो शरीर के अन्य भागों को सही तरीके से काम करने में मदद करती है। (8)सूजन के लिए नाशपाती के फायदे
नाशपाती में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों के कारण इसका सेवन सूजन को कम करने में मददगार हो सकता है। इसके अलावा नाशपाती में शामिल फाइबर पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है जो फिर सूजन जैसी समस्याओं से बचाता है। नाशपाती शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है, इसमें मौजूद कैरोटीन और जियाजैंथिन सूजन को कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा, यह फल एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है जो सूजन से बचाव करने में मदद कर सकते हैं।वजन कम करने में नाशपाती के फायदे
अधिक शरीर वजन की समस्या कई लोगों के लिए एक चिंता का विषय है। एक विशेष तरह के शुगर के रोगियों के लिए, इस समस्या से निजात पाना अधिक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि शुगर के रोग के साथ वजन बढ़ना आम बात होती है। नाशपाती इस समस्या का एक संभव समाधान हो सकती है। इसमें मौजूद रेचन गुण और विषैले पदार्थों को निकालने के कारण नाशपाती वजन घटाने में मददगार हो सकती है।दस्त को रोकने में फायदेमंद नाशपाती
नाशपाती के शीत और कषाय गुणों के कारण इसके सेवन से दस्त बंद करने में सहायता मिलती है। नाशपाती अत्यंत आरोग्यदायक फल है जिसमें विभिन्न पोषक तत्व मौजूद होते हैं। नाशपाती में विशेष रूप से पाए जाने वाले फाइबर का सेवन दस्त जैसी बीमारियों को रोकने में मददगार होता है। फाइबर आहार में अधिक मात्रा में होता है तो यह आपके शरीर में उपस्थित जहरीले तत्वों को समाप्त करने में मदद करता है। इससे आपकी आंतों को साफ रखा जाता है जो दस्त जैसी बीमारियों से बचाता है।बुखार में नाशपाती के फायदे
नाशपाती में पाए जाने वाले एंटीपायरेटिक (Antipyretic) और ठंडक का गुण के कारण इसके सेवन से बुखार में आराम मिलता है। नाशपाती में मौजूद गुणों की वजह से यह बुखार के इलाज में मददगार हो सकती है। इसमें मौजूद तत्व शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं जिससे बुखार में लाभ मिल सकता है। इसके अलावा नाशपाती में विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है जो शरीर को मजबूत बनाने में मदद करती है और बुखार के दौरान इम्यून सिस्टम को भी स्ट्रेंथन करती है।लिवर के लिए नाशपाती के फायदे
नाशपाती खाने से लिवर को कई तरह के फायदे होते हैं। यह शरीर के लिए महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स का एक बहुत अच्छा स्रोत होता है जो लिवर के स्वस्थ फंक्शन के लिए जरूरी होते हैं। नाशपाती में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट गुण लिवर को नुकसान से बचाते हैं और शरीर के विभिन्न हिस्सों में फैली जाने वाली विषैली तत्वों को नष्ट करने में मदद करते हैं। नाशपाती आमतौर पर जठरांत्र को स्वस्थ रखने में भी मदद करती है जो लिवर के स्वस्थ फंक्शन के लिए अत्यंत आवश्यक होता है। नाशपाती में विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट्स, और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो लिवर के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, नाशपाती में मौजूद फाइबर से भरपूर होती है जो लिवर की सेहत के लिए महत्वपूर्ण होती है। यह आहार में शामिल होने से लिवर में नए कोशिकाओं का निर्माण होता है और लिवर की शक्ति बढ़ती है। इसलिए, नाशपाती को लिवर को स्वस्थ रखने के लिए आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।हड्डियों को मजबूत करे नाशपाती Benefit of Pears to Strong Bones in Hindi
नाशपाती हड्डियों को मजबूत करने में मदद कर सकती है। इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और विटामिन की अच्छी मात्रा होती है, जो हड्डियों के निर्माण में मदद करते हैं। नाशपाती में विटामिन की एक खास प्रकार होता है, जिसे राइबोफलेविन या विटामिन बी 2 कहा जाता है। यह हड्डियों के स्वस्थ विकास और विशेष रूप से हड्डियों की स्थिरता के लिए बहुत जरूरी होता है। इसलिए, नाशपाती को अपने आहार में शामिल करके आप अपनी हड्डियों को मजबूत कर सकते हैं।त्वचा के लिए नाशपाती फल के फायदे
नाशपाती फल त्वचा के लिए कई फायदेमंद होते हैं। इसमें मौजूद विटामिन C त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह त्वचा को नमी देता है जो उसे गुलाबी, चमकदार और सुंदर बनाता है। इसके अलावा, नाशपाती फल आपकी त्वचा को मुलायम और स्वस्थ बनाए रखता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट गुण त्वचा के रोगों से लड़ने में मदद करते हैं जैसे कि झाइयां, दाग धब्बे और अन्य स्किन प्रॉब्लम्स आदि।नाशपाती खाने के नुकसान (Side Effects of Nashpati in Hindi)
नाशपाती एक पौष्टिक फल है लेकिन यदि आप किसी बिमारी, एलर्जी आदि का इलाज से रहें हैं तो इसके सेवन से पूर्व आपको डॉक्टर की सलाह अवश्य ही लेनी चाहिए। इसके अतिरिक्त आपको ताज़ी नाशपाती का चुनाव करना चाहिए। इसके छिलके को अच्छे से धो कर ही इसे फ्रिज में रखें. नाशपति को काटकर इसे फ्रिज में या अन्य स्थानों पर खुला ना छोड़ें, इससे यह खराब होना शुरू हो जाती है । नाशपाती की तासीर ठंडी होती है इसलिए सर्दी जुकाम के दौरान इसका सेवन नहीं करना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार नाशपाती के अधिक सेवन से कफ दोष बढ़ जाता है जिससे कफ्फ की समस्या हो सकती हैं।- कुछ लोगों को नाशपाती खाने से एलर्जी हो सकती है। इसलिए, यदि आप किसी तरह की एलर्जी से पीड़ित हैं तो आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- नाशपाती के अधिक सेवन से आपको पेट में तकलीफ हो सकती है। यदि आपको इस तरह की समस्याएं होती हैं, तो आपको इसका सेवन कम करना चाहिए।
- नाशपाती में शक्कर की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसलिए, यदि आप ज्यादा मात्रा में नाशपाती का सेवन करते हैं, तो आपको मोटापे का सामना करना पड़ सकता है।
- अधिक मात्रा में नाशपाती का सेवन करने से आपको गैस की समस्या हो सकती है।
- नाशपाती में तत्वों की मात्रा ज्यादा होने के कारण दांतों के लिए भी यह नुकसानदायक हो सकती है। इसलिए, नाशपाती को खाने के बाद आपको मुँह धोना नहीं भूलना चाहिए।
USDA के अनुसार १०० ग्राम नाशपाती में पोषक तत्व
नाशपाती के पोषक तत्व और मात्रा:ऊर्जा: 57 कैलोरी, 239 केजेए- प्रोटीन: 0.36 ग्राम
- टोटल लिपिड (वसा): 0.14 ग्राम
- ऐश: 0.32 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट, डाइफरेंस से: 15.2 ग्राम
- फाइबर, टोटल आहारी: 3.1 ग्राम
- कुल शुगर, एनएलईए सहित: 9.75 ग्राम
- सुक्रोज़: 0.71 ग्राम
- ग्लूकोज़: 2.6 ग्राम
- फ्रूक्टोज़: 6.42 ग्राम
- लैक्टोज़: 0 ग्राम
- माल्टोज़: 0 ग्राम
- गैलैक्टोज़: 0 ग्राम
- कैल्शियम, सीए: 9 मिलीग्राम
- आयरन, एफई: 0.18 मिलीग्राम
- मैग्नीशियम, एमजी: 7 मिलीग्राम
- फॉस्फोरस, पी: 12 मिलीग्राम
- पोटेशियम, के: 116 मिलीग्राम
- सोडियम, ना: 1 मिलीग्राम
- जिंक, जेडएन: 0.1 मिलीग्राम
- कॉपर, सीयू: 0.082 मिलीग्राममैग्नीशियम, Mg: 7 मिलीग्राम (Magnesium, Mg: 7 mg)
- फॉस्फोरस, P: 12 मिलीग्राम (Phosphorus, P: 12 mg)
- पोटेशियम, K: 116 मिलीग्राम (Potassium, K: 116 mg)
- सोडियम, Na: 1 मिलीग्राम (Sodium, Na: 1 mg)
- जिंक, Zn: 0.1 मिलीग्राम (Zinc, Zn: 0.1 mg)
- कॉपर, Cu: 0.082 मिलीग्राम (Copper, Cu: 0.082 mg)
- मैंगनीज, Mn: 0.048 मिलीग्राम (Manganese, Mn: 0.048 mg)
- सेलेनियम, Se: 0.1 माइक्रोग्राम (Selenium, Se: 0.1 µg)
- फ्लोराइड, F: 2.2 माइक्रोग्राम (Fluoride, F: 2.2 µg)
- विटामिन सी, कुल एस्कोर्बिक एसिड: 4.3 मिलीग्राम (Vitamin C, total ascorbic acid: 4.3 mg)
- थायमिन: 0.012 मिलीग्राम (Thiamin: 0.012 mg)
- रिबोफ्लाविन: 0.026 मिलीग्राम (Riboflavin: 0.026 mg)
- नियासिन: 0.161 मिलीग्राम (Niacin: 0.161 mg)
- पैंथोथेनिक अम्ल: 0.049 मिलीग्राम (Pantothenic acid: 0.049 mg)
- विटामिन बी-6: 0.029 मिलीग्राम (Vitamin B-6: 0.029 mg)
- फोलेट, कुल: 7 माइक्रोग्राम (Folate, total: 7 µg)
- फोलिक एसिड: 0 माइक्रोग्राम (Folic acid: 0 µg)
- Vitamin E (alpha-tocopherol) / विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरोल) 0.12 mg
- Vitamin E, added / विटामिन ई, जोड़ा गया था 0 mg
- Tocopherol, beta / टोकोफेरोल, बीटा 0 mg
- Tocopherol, gamma / टोकोफेरोल, गामा 0.03 mg
- Tocopherol, delta / टोकोफेरोल, डेल्टा 0 mg
- Tocotrienol, alpha / टोकोट्राइनोल, अल्फा 0.02 mg
- Tocotrienol, beta / टोकोट्राइनोल, बीटा 0 mg
- Tocotrienol, gamma / टोकोट्राइनोल, गामा 0 mg
- Tocotrienol, delta / टोकोट्राइनोल, डेल्टा 0 mg
- Vitamin D (D2 + D3), International Units / विटामिन डी (डी2 + डी3), इंटरनेशनल यूनिट 0 IU
- Vitamin D (D2 + D3) / विटामिन डी (डी2 + डी3) 0 µg
- Vitamin K (phylloquinone) / विटामिन के (फाइलोक्विनोन) 4.4 µg
- Vitamin K (Dihydrophylloquinone) / विटामिन के (डीहाइड्रोफाइलोक्विनोन) 0 µg
- Fatty acids, total saturated / फैटी एसिड, कुल संतृप्त 0.022 g
- SFA 4:0 / एसएफए 4:0 0 g
- SFA 6:0 / एसएफए 6:0 0 g
- SFA 8:0 / एसएफए 8:0 0 g
- SFA 10:0 / एसएफए 10:0 0 g
- SFA 12:0 / एसएफए 12:0 0 g
- SFA 14:0 / एसएफए 14:0 0 g
- SFA 16:0 / एसएफए 16:0 0.017 g
- SFA 18:0 / एसएफए 18:0 0.003 g
नाशपाती का उपयोग uses of pear
- नाशपाती को आप ताजा काट कर खा सकते हैं। नाशपाती को कच्चा खाना ही सबसे अधिक श्रेष्ठ होता है। अन्य फलों भाँती नाशपाती को कच्चा ही खाना चाहिए।
- इसके अतिरिक्त आप इसके जूस का सेवन भी कर सकते हैं।
- अन्य फलों के साथ आप नाशपाती का फ्रूट सलाद बना कर खा सकते हैं जो इसके स्वाद को और भी बढ़ा देते हैं।
- नाशपाती का सेवन खाली पेट / सुबह या शाम को कर सकते हैं।
- नाशपाती के जूस में चीनी मिला कर आप इसकी आइसक्रीम बना कर भी सेवन कर सकते हैं। इसी प्रकार इसमें नीम्बू, संतरे का रस आदि भी मिलाया जा सकता है।
नाशपाती कहां पाई जाती है
नाशपाती दुनिया भर में व्यावसायिक रूप से पैदा की जाती है और इसे खाने के लिए व्यापक रूप से उपलब्ध किया जाता है। इसकी खेती अधिकतर देशों में की जाती है जैसे कि चीन, भारत, यूरोप, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका आदि। इसके साथ-साथ नाशपाती के पेड़ भी दुनिया भर में पाए जाते हैं और इन्हें पार्क, बगीचे और वनों में भी बोया जाता है। भारत में नाशपाती उत्तर-पश्चिमी हिमालय, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, और उत्तराखंड में उगाई जाती है।नाशपाती के विभिन्न नाम
- हिंदी: नाशपाती (Nashpati)
- उर्दू: ناشپاتی (Nashpati)
- पंजाबी: ਨਸ਼ਪਾਤੀ (Nashpati)
- बंगाली: নাসপাতি (Nashpati)
- गुजराती: પરિયો (Pariyo)
- मराठी: पेरू (Peru)
- तमिल: பேர் பழம் (Per Pazham)
- तेलुगु: పేరుకాయ (Perukaya)
- कन्नड़: ಪೀರ್ ಪರಿಮಳ (Pir Parimala)
- मलयालम: പിയര് (Piyar)
- हिन्दी (Hindi): नाशपाती (Pear)
- 中文 (Chinese): 梨 (Lí)
- Español (Spanish): Pera (Pear)
- العربية (Arabic): كمثرى (Kumathra)
- Français (French): Poire (Pear)
- русский (Russian): Груша (Grusha)
- Deutsch (German): Birne (Pear)
- 日本語 (Japanese): 梨 (Nashi)
- Português (Portuguese): Pera (Pear)
- Italiano (Italian): Pera (Pear)
नाशपाती का चयन कैसे करें और इनको स्टोर कैसे करें
- नाशपाती को खरीदते समय आप अच्छे से देख लें की नाशपाती कहीं से दबी हुई ना हो और दाग धब्बे मुक्त हो। नाशपाती खरीदते वक्त ताज़ी नाशपाती को ही खरीदें।
- नाशपाती को स्टोर करने / फ्रिज में रखने से पूर्व इनको अच्छे से खो कर साफ़ कपडे से पानी पौंछ कर ही फ्रिज में रखें।
- नाशपाती को खाने के वक़्त ही काटें, इसे काटकर फ्रिज में ना रखें।
- सर्दी जुकाम आदि होने पर नाशपाती को नहीं खाना चाहिये क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है जो कफ को बढ़ाती है।
- यदि आपका पाचन खराब है, आप मन्दाग्नि से पीड़ित हैं तो नाशपाती का उपयोग नहीं करना चाहिये। खराब पाचन में नाशपाती के सेवन से पेट में ऐंठन, गैस, ब्लोटिंग, दस्त आदि समस्याएं हो सकती हैं।
- यदि आपको किसी विशेष प्रकार की एलर्जी है और नाशपाती के खाने के बाद आपको इसके संकेत प्राप्त होते हैं तो इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्ति को डॉक्टर की सलाह के उपरान्त ही नाशपाती का सेवन करना चाहिए।