कब्ज हर चूर्ण कैसे बनाये
कब्ज हर चूर्ण कैसे बनाये, घर पर कब्ज दूर करने का चूर्ण बनाने की विधि
कब्ज (constipation) समस्या से आजकल हर कोई दो चार हो रहा है। आयुर्वेद के अतिरिक्त अन्य कोई भी चिकित्सा में कब्ज को समूल नष्ट करने का प्रयत्न नहीं होता है। आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर सामग्रियों से जो चूर्ण तैयार होता है वह भले ही एक रोज में असर ना दिखाए, लेकिन लम्बे समय में यह कब्ज को समाप्त करने में सक्षम है। आज इस पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं एक चूर्ण के बारे में जो आप घर पर ही बना सकते हैं। इस चूर्ण को बनाना बहुत ही आसान हैं। इसमें जितने भी घटक होते हैं वे सभी समान मात्रा में पड़ते हैं।कब्ज हर चूर्ण बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
इस चूर्ण को बनाने के लिए आपको सोंठ, सौंफ, सनाय पत्ती, छोटी हरड़ और सेंधा नमक चाहिए। इनकी मात्रा आपके चूर्ण की मात्रा पर निर्भर करती है।चूर्ण को कैसे बनाये
सभी सामग्रियों की सामान मात्रा लेकर मिक्सी में महीन पीस लें। कपडे से छान कर हवाबंद डिब्बे में भरकर रखें।चूर्ण का सेवन कैसे करें
इस चूर्ण को आप आधी छोटी चम्मच रोज रात में सोने के वक़्त करना है। इस चूर्ण के सेवन से अजीर्ण अपच और कब्ज में सुधार होता है।हमारे शरीर की सभी गतिविधियां बिगड़ जाती हैं यदि पाचन ठीक नहीं है और इसलिए हमें सबसे पहले हमारे पेट पर ध्यान देना चाहिए। पाचन तंत्र के सुदृढ़ होने पर पोषक तत्वों का शरीर मेंग्रह होता है और व्यक्ति कई प्रकार की अन्य बिमारियों से बचा हुआ रहता है। हम कुछ तो हमारे खाने पिने की आदतों में
बदलाव करके और कुछ आयुर्वेदा की शरण में जाकर अपने पाचन को मजबूत बना सकते हैं। कोशिश तो
हमें ही करनी होगी। आप गौर कीजिये की पित्त के ख़राब होने पर कितने रोग लग जाते हैं और पित्त का सबंध सीधे सीधे हमारे पेट से है, तो पाचन पर ध्यान देना जरुरी है।
सर्वप्रथम तो आप वैद्य से संपर्क करें जो आपके शरीर की प्रकृति के अनुसार आपको दवाओं का सुझाव देगा। यहाँ हम पतंजलि आयुर्वेदा के द्वारा निर्मित पाचन को सुधारने सबंधी दवाओं के बारे में आपको बता रहे हैं जो की एक सामान्य जानकारी है।
कब्ज क्या होता है
कब्ज सूक्ष्म भी होता है और वृहद भी। वृहद कब्ज को आप ऐसे समझिये की समय पर मल का नहीं लगना, मल का अधिक ठोस या तरल होना, गैस, अजीर्ण, बदहजमी आदि। सूक्ष्म कब्ज से अभिप्राय है की मल त्याग तो हो रहा है लेकिन पूर्णतया नहीं। मल का कुछ भाग आँतों में पड़ा रह जाता है और गैस पैदा करता है। मल का कम आना और अनियमित आना भी कब्ज ही कहा जायेगा।कब्ज के कारण
कब्ज सामान्यतया हमारे शरीर की प्रकृति के विरुद्ध खान पान की वजह से होता है। कब्ज के निम्न प्रमुख कारण होते हैं।- आहार में फाइबर की कमी का होना।
- शारीरिक मेहनत का अभाव होना।
- बढ़ती उम्र के कारन कब्ज का होना।
- ज्यादा मसालेदार और तैलीय प्रदार्थों का सेवन करना।
- अनियमित दिनचर्या और समय पर शौच न जाना।
- दवाओं का अत्यधिक सेवन करना।
- प्रयाप्त मात्रा में पानी न पीना।
- गर्भावस्था के दौरान कब्ज का होना।
- मानसिक तनाव और चिंता करना।
- प्रयाप्त नींद की कमी।
- अस्त व्यस्त जीवन शैली का होना
कब्ज को कैसे दूर करें : कब्ज से सबंधित आयुर्वेदि ओषधियों के बारे में जानने से पहले आप स्वंय क्या कर सकते हैं इसके बारे में जानना अधिक श्रेयकर होता है। आइये जानते हैं की आप ऐसा क्या कर सकते हैं जिससे कब्ज की समस्या में सुधार हो पाए।
- भोजन में हरी सब्जियों का प्रयोग ज्यादा करें।
- फाइबर युक्त आहार लें। मैदा और महीन पीसे हुए अनाज के सेवन में सतर्क रहे।
- खाना खाने के थोड़ी देर बाद टहलें।
- दिन में प्रयाप्त मात्रा में पानी पिए।
- शारीरिक मेहनत करें।
- स्ट्रेस मैनेजमेंट करें और खुश रहें।
- समय पर शौच जाएँ और मूत्र / मल को कभी रोकें नहीं।
- खाना खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पिए।
- ताजे फल और सब्जियों का उपयोग अधिक करें।
- डिब्बाबंद भोजन से दूर रहें।
कब्ज दूर करने के घरेलु उपाय
कुछ घरेलु उपायों से हम कब्ज को दूर कर सकते हैं। यदि क्रोनिक कब्ज हो तो वैद्य से संपर्क करें। कब्ज की समस्या में बताये गए उपायों का पालन करे लाभ मिलेगा। सुबह उठने के उपरान्त एक गिलास पानी पिने की आदत बनाये। आप निम्बू के रस में काला नमक मिलाकर पिए लाभ मिलेगा।- भोजन के उपरांत कुछ देर तक सीधे लेटना चाहिए। भोजन ग्रहण के उपरांत बैठे रहना उचित नहीं होता है।
- रात के भोजन के उपरांत सीधे सोने को जाने के बजाय थोड़ा बहुत टहलना चाहिए।
- रात्रि के भोजन के उपरांत सोने से पहले एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच पानी का मिलाकर सेवन करना लाभदायी होता है।
- सुखी अंजीर को रात भर एक कटोरी पानी में भीगने दें और सुबह अंजीर का सेवन करें। अंजीर को दूध के साथ लेना लाभप्रद होता है।
- सुबह उठने के बाद एक गिलास पानी में एक निम्बू का रस मिलाकर इसमें काला नमक भी मिला लें और खाली पेट इसका सेवन करें।
- रात्रि कालीन भोजन के उपरांत सोने से पहले इसबगोल के भूसी का सेवन करने से कब्ज दूर होता है।
- एक गिलास गुनगुने पानी में 2 चम्मच ऐलोवेरा जेल घोलकर पी लें।
- रात्रि कालीन भोजन में ज्यादा मैदा, जंक या प्रॉसेस्ड फूड न लें। इनमें फाइबर नहीं होता, जिससे कब्ज हो सकती है।
- शराब या सिगरेट पीने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है और कब्ज की समस्या होती है।
- आयरन और कैल्शियम सप्लिमेंट्स रात में न लें, ऐसा करने पर कब्ज की समस्या हो सकती है।
- ज्यादा मात्रा में डेयरी प्रॉडक्ट्स का सेवन नहीं करना चाहिए, इससे भी कई लोगों को कब्ज और गैस बनने की समस्या हो जाती है।
- देर रात चाय या कॉफी पीने से भी डाइजेशन खराब हो सकता है।
- चाय और कॉफी पीने से बचना चाहिए। थोड़ा सा मक्का लेने से पेट साफ होता है और कब्ज की समस्या में आराम मिलता है।
- रात्रि कालीन भोजन के उपरांत सोने से पहले त्रिफला चूर्ण / बहेड़ा चूर्ण का प्रयोग गुनगुने पानी के साथ करें लाभ मिलेगा।
- रात में ताम्बे के बर्तन में पानी भरकर रख दें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।
- खाने के उपरांत सौंफ का सेवन भी कब्ज को दूर रखता है आप चाहे तो सौंफ का चूर्ण बनाकर रख लें।
- अमरूद और पपीता कब्ज के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। अमरूद और पपीता को किसी भी समय खाया जा सकता है।
- पालक का रस पीने से कब्ज की शिकायत दूर होती है, खाने में भी पालक की सब्जी का प्रयोग करना चाहिए।
- कब्ज की समस्या से बचने के लिए नियमित रूप से व्यायाम और योगा करना लाभदायक होता है । गरिष्ठ भोजन करने से बचें और क्रोनिक कब्ज के लिए वैद्य से संपर्क करें।
- रात्रि कालीन भोजन के उपरांत शुद्धि चूर्ण का इस्तेमाल करें।
- रात को सोते वक्त अरंडी के तेल को हल्के गरम दूध में मिलाकर पीजिए। इससे पेट साफ होगा।