शुगर में केले के फूल के तगड़ा उपयोग
शुगर में केले के फूल के तगड़ा उपयोग
डाइबिटीज रोग का ईलाज है संयमित आहार और संतुलित जीवन शैली, इनके अतिरिक्त आप अपने खान पान में बदलाव करके भी शुगर को नियंत्रित कर सकते हैं। डाइबिटीज की बिमारी यदि किसी को हो जाए तो आसानी से पीछा नहीं छोड़ती है और रोगी के लिए एक ही रास्ता बचता है की वह खाने पीने पर विशेष ध्यान दें। शुगर में परहेज़ और दवाइयां ही इलाज है। यदि शुगर रोग में लापरवाही की जाए तो अस्पताल में भर्ती होने तक की नौबत हो जाती है। इस लेख में आपको बताएँगे की शुगर में आप केले के फूल का कैसे उपयोग कर सकते हैं और केले के फूल के सेवन से कैसे डाइबिटीज के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
केले के फूल के पोषक तत्व
केले के फूल में कई पोषक तत्व होते हैं। केले के फूल में एंटीऑक्सिडेंट, मिनरल्स और प्रोटीन होते हैं जो हमारे शरीर के लिए लाभकारी (Kele Ke Fool Ke Fayde) होते हैं। इसके अतिरिक्त केले के फूल (Banana Flower Nutrients) में पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक और कॉपर आदि भी होते हैं। केले के फल के अतिरिक्त इसके पुष्प, पट्टियां और तना भी बहुत काम का होता है, ये सभी औषधीय गुणों से युक्त होते हैं जिनके विषय में आपको जानकर हैरानी होगी। एक रिसर्च के अनुसार, जिसे २०११ में किया गया था, केले के पुष्प/फूल का उपयोग डाइबिटीज में भी गुणकारी होता है। इसके फायदे लेने के लिए आप केले के फूल को पका कर या कच्चा भी खा सकते हैं।केले के फूल की सब्जी भी बनाकर आप इसका सेवन कर सकते हैं। केले के फूल की सब्जी डाइबिटीज विकार में बहुत लाभकारी होती है। केले के फूल में फाइबर और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिससे शुगर विकार में यह गुणकारी बन जाता है। इसके अतिरिक्त केले के पुष्प में 'क्वेरसेटिन' और 'कैटेचिन' जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जिनसे हाई कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रण में मदद मिलती है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन के शोध के अनुसार केले के फूल के सेवन से मधुमेह में विशेष लाभ मिलता है क्योंकि इसके सेवन से एक विशेष प्रकार का प्रोटीन कम बनता है जिससे मधुमेह के नियंत्रण में सहायता मिलती है। एनसीबीआई के शोध के अनुसार केले के फूल में पाया जाने वाला घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल कम करने में लाभकारी होते हैं।
अतः केले के फूल को खाने से आप शुगर को नियंत्रित कर सकते हैं। आप चाहे तो इसे सब्जी बनाकर या इसका काढ़ा (क्वाथ) बनाकर भी उपयोग में ले सकते हैं।
केले के फूल के अन्य फायदे
- किडनी के मरीजों के लिए भी केले का फूल उपयोगी होता है। केले के फूल में नेफ्रोप्रोट्रैक्टिव के कारण से यह किडनी को स्वस्थ रखता है और केले के फूल के नियमित सेवन से किडनी स्टोन सूजन आदि दूर करने में भी मदद मिलती है। केले के फूल का उपयोग पारम्परिक रूप से वजन को घटाने के लिए भी किया जाता है।
- केले के फूल में कई पोषक तत्व होते हैं और इसके अतिरिक्त इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है जिसके कारण से यह पेट को भरा भरा सा रखता है और खाने की इच्छा नहीं होती है। इसे आप चटनी, सब्जी या सूप बनाकर सेवन करें तो आप इसका उपयोग फैट बर्न के रूप में भी कर सकते हैं।
- हाई ब्लड प्रेशर के नियंत्रण में भी केले का फूल लाभकारी है क्योंकि केले का फूल एंटी हाइपरटेंसिव एजेंट की तरह से काम करता है और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित कर सकता है.
- पारम्परिक रूप से महिलाएं इसका उपयोग पीरिड्स के दर्द को कम करने के लिए करती हैं। केले के फूल में कई पोषक तत्व होते हैं जो प्रोजेस्टेरोन हार्मोन को संतुलित करते हैं जिनसे दर्द कम होता है। इसके सेवन से पीरियड्स की ऐंठन भी दूर होती है। इसके साथ ही आप गुड़ का उपयोग भी पीरियड्स के दर्द को दूर करने के लिए कर सकते हैं.
- यदि आप केले के फूल का सेवन करते हैं तो आप अपने हृदय को भी स्वस्थ रख सकते हैं। केले के फूल को कच्चा खाने पर कार्डियो प्रोटेक्टिव इफेक्ट होता है जिससे यह हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
- केले के फूल को विभिन्न प्रकार से खाने में उपयोग में लेने से महिलाओं में लैक्टेशन को बढ़ावा मिलता है, ऐसा इसमें पाए जाने वाले ग्लैक्टागॉग के कारण से होता है। बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिलाओं को केले के पुष्प का सेवन हितकर होता है।
- केले के फूल में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन सी, ई, फॉस्फोरस, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने में सहायक हैं।
- केले के फूल में जिंक होता है जिसके सेवन से हड्डियां मजबूत और स्वस्थ बनती हैं।
- एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होने के कारण केले के फूल के सेवन से प्रॉस्टेट ग्लैंड के आकार को कम करने में सहायता मिलती है।
- यदि आप एनीमिया से ग्रस्त हैं तो केले के फूल का सेवन करें जिससे आपको रक्त की कमी दूर करने में मदद मिलती है।