तुलसी और काली मिर्च एक साथ हैं रामबाण
दूध हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माना गया है, खासकर हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए। लेकिन अगर आप इसे तुलसी और काली मिर्च के साथ मिलाकर पिएं, तो इसके फायदे कई गुना बढ़ जाते हैं। इस मिश्रण का (Tulsi, kalimirch and milk health benefits) रोजाना सेवन करने से कई स्वास्थ्य समस्याओं में लाभ मिलता है। यहाँ पर आयुर्वेद में बताए गए कुछ प्रमुख फायदों की जानकारी दी जा रही है, ताकि आप भी इस नुस्खे को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकें।
दूध में तुलसी, काली मिर्च चूर्ण के हैं फायदे
रोज अगर दूध में तुलसी मिलाकर पिया जाए, तो यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। तुलसी के पत्तों और दूध में मौजूद पोषक तत्व शरीर को कई बीमारियों से बचाने में सहायक होते हैं। आइए, जानते हैं कि दूध में तुलसी मिलाकर पीने से कौन-कौन से फायदे होते हैं।
बेहतर नींद के लिए सहायक
पाचन शक्ति को बढ़ाता है
सर्दी-खांसी में राहत
मानसिक तनाव को कम करता है
तुलसी, काली मिर्च और दूध के पोषक तत्व
काली मिर्च: विटामिन A, C, E, K, और B6, थायमिन, पोटेशियम।
तुलसी: विटामिन A, C, K, और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे ल्यूटिन, बीटा-कैरोटीन।
तुलसी और कालीमिर्च के सेवन में सावधानियां
काली मिर्च अधिक सेवन आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। अधिक मात्रा में सेवन से पेट में जलन हो सकती है, जिससे असहजता महसूस होती है। अगर आप किसी बीमारी की दवा ले रहे हैं, तो काली मिर्च के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है क्योंकि पिपेरिन कुछ दवाओं के अवशोषण को प्रभावित कर सकता है। तुलसी के फायदे जितने अद्भुत हैं, इसका अत्यधिक सेवन उतना ही नुकसानदायक भी हो सकता है। तुलसी का अधिक सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल में अचानक कमी आ सकती है, जो डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए जोखिम भरा हो सकता है। गर्भवती महिलाओं के लिए भी तुलसी का सेवन हानिकारक हो सकता है क्योंकि इसमें यूजेनॉल जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो गर्भावस्था में डायरिया और अन्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
बेहतर नींद के लिए सहायक
दूध में ट्रिप्टोफैन नामक एक तत्व होता है जो नींद को बेहतर बनाता है। जब इसमें काली मिर्च मिलाई जाती है, तो दूध का यह गुण और भी बढ़ जाता है। अनिद्रा से जूझ रहे लोगों को तुलसी और काली मिर्च मिला दूध रात में सोने से पहले जरूर लेना चाहिए। इसके नियमित सेवन से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।
पाचन शक्ति को बढ़ाता है
तुलसी और काली मिर्च को आयुर्वेद में पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए जाना जाता है। यह मिश्रण पेट की समस्याओं जैसे अपच और गैस से राहत देने में सहायक है। दूध के साथ तुलसी और काली मिर्च मिलाकर पीने से पाचन क्रिया सुचारू रहती है।
सर्दी-खांसी में राहत
तुलसी और काली मिर्च का मिश्रण सर्दी और खांसी के लक्षणों को कम करने में प्रभावी होता है। यह श्वसन तंत्र को साफ करता है और शरीर को मौसमी संक्रमणों से बचाने में मदद करता है। यदि आपको बार-बार सर्दी-खांसी होती है, तो इस दूध का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
मानसिक तनाव को कम करता है
आयुर्वेद में तुलसी को एक प्रभावी औषधि माना गया है, जो मानसिक तनाव को कम करती है। तुलसी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और काली मिर्च के गुण, दूध के साथ मिलकर मन को शांति और शरीर को आराम देते हैं। इससे दिमाग को शांति मिलती है और रात को अच्छी नींद आती है। इसके साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है, जिससे आप बीमारियों से सुरक्षित रहते हैं।
तुलसी, काली मिर्च और दूध के पोषक तत्व
दूध: प्रोटीन, कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन A, D, B2, B12, पोटेशियम और जिंक।
काली मिर्च: विटामिन A, C, E, K, और B6, थायमिन, पोटेशियम।
तुलसी: विटामिन A, C, K, और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे ल्यूटिन, बीटा-कैरोटीन।
तुलसी और कालीमिर्च के सेवन में सावधानियां
काली मिर्च अधिक सेवन आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है। अधिक मात्रा में सेवन से पेट में जलन हो सकती है, जिससे असहजता महसूस होती है। अगर आप किसी बीमारी की दवा ले रहे हैं, तो काली मिर्च के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है क्योंकि पिपेरिन कुछ दवाओं के अवशोषण को प्रभावित कर सकता है। तुलसी के फायदे जितने अद्भुत हैं, इसका अत्यधिक सेवन उतना ही नुकसानदायक भी हो सकता है। तुलसी का अधिक सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल में अचानक कमी आ सकती है, जो डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए जोखिम भरा हो सकता है। गर्भवती महिलाओं के लिए भी तुलसी का सेवन हानिकारक हो सकता है क्योंकि इसमें यूजेनॉल जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो गर्भावस्था में डायरिया और अन्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।चरक संहिता और सुश्रुत संहिता जैसे प्राचीन आयुर्वेद ग्रंथों में तुलसी, काली मिर्च और दूध के स्वास्थ्य लाभों का उल्लेख मिलता है। ये तत्व न केवल शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं, बल्कि शरीर का सर्वांगीण विकास करते हैं।